हवा का इंतजाम
लेखक : गोविंद शर्मा
प्रकाशक : सहित्यागर, जयपुर
मूल्य 200 रुपये
17 कहानियों का यह गुलदस्ता तरह-तरह के फूलों यानी कहानियों से सुशोभित है। कहानियां इतनी सरल कि सीधे दिल में उतर जाएं। गोविंद जी के अंदर का बच्चा सभी कहानियों में मुखर होकर बाहर आ गया है।
पुस्तक में शीर्षक कहानी 'हवा का इंतजाम' एक पोते का दादा के प्रति प्यार को दर्शाते हुए मन को भिगो देता है।
'वनराज और गजराज' में घमंड में आ रहे वनराज को गजराज बड़ी होशियारी से सीधा कर देते हैं।
ऐसे ही 'चिम्पू के सच्चे दोस्त' कहानी बड़ी मजेदार है। चिम्पू की तीन बिल्लियां जब गलती करती हैं तो सिर झुकाकर माफी भी मांगती हैं, लेकिन गलत इल्जाम लगने पर प्रतिकार भी करती हैं।
'कला की कद्र' कहानी बच्चों को इशारे में समझा जाती है कि कला की कद्र जरूरी है पर उससे ज्यादा जरूरी इंसानियत है।
अपने नाम 'चिम्पू' से परेशान बच्चा जब जानता है कि उसका नाम चैंपियन से निकला है, तो उसका आत्मविश्वास बढ़ता है और वह लोगों की धारणा बदलने में सक्षम रहता है।
'हौसले की उड़ान' ऐसे व्यक्ति की कहानी है जो पानी की किल्लत से जूझते गांव में स्कूल के बच्चों के लिए पानी लाने के लिए एक बैल के साथ दूसरे बैल के मर जाने पर खुद को जोत देता है।
इसी तरह 'चूहागढ़ में चुनाव' कहानी में चूहे आपस में चुनाव का आयोजन करते हैं और अनाज खराब न करने का प्रण लेते हैं।
'टाएँ टाएँ फिश' कहानी एक नन्ही मछली के हौसले की कहानी है, तो 'बब्बू जी और मोबाइल' एक ऐसे बच्चे की कहानी है जो भोलेपन से रूठकर लोगों को अपनी तरफ करने के महारथी हैं।
इसी तरह 'परीक्षा परी का उपहार', 'देश की सेवा', 'वह सच बोला' कहानियां भी अच्छी हैं।
'बुद्धि की तलाश' मजेदार कहानी है। अकबर-बीरबल की कहानी को नया ट्विस्ट देकर मजेदार बना दिया गया है। 'दोस्ती' कहानी में कुत्ते अपने मालिक को दोस्ती का पाठ पढ़ा देते हैं।
'बदल गया बदलू' कहानी पर्यावरण के प्रति हमें सचेत करती है।
'जूते' कहानी यह समझाने में सफल है कि दान भी करो या सहायता भी करो तो ऐसे कि सामने वाले को बुरा न लगे। ऐसे ही 'हाथी पर ऊंट' कहानी दोस्ती के महत्व को समझाती है।
इस तरह सरल भाषा में सरल कहानियां रचना गोविंद शर्मा जी की खासियत है और यह खासियत इस संकलन में भी उभरकर आई है।
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